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''डेज़र्ट ड्रीमिंग्स'' समकालीन ऑस्ट्रेलियाई कला की प्रदर्शनी नई दिल्ली में

''डेज़र्ट ड्रीमिंग्स'' समकालीन ऑस्ट्रेलियाई कला की प्रदर्शनी नई दिल्ली में

पारंपरिक मूर्ति विद्या के इस्तेमाल से ऑस्ट्रेलियाई Aboriginal संस्कृति, कहानियों और डिज़ाइनों को दर्शाने वाली प्रदर्शनी

Warlukurlangu Artists, ऑस्ट्रेलिया तथा कला क्युरेटर दुर्गा विश्वनाथन की साझेदारी में नई दिल्ली में समकालीन ऑस्ट्रेलियाई कला की प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। ऑस्ट्रेलिया के केंद्रीय रेगिस्तान की डेज़र्ट ड्रीमिंग्स शीर्षक की प्रदर्शनी भारत में मध्य ऑस्ट्रेलियाई स्वदेशीय कलाकारों की समकालीन कला की पहली प्रदर्शनी है। यह प्रदर्शनी 6 से 12 अप्रैल 2009 के दौरान नई दिल्ली में आयोजित की जा रही है।

कला प्रदर्शनी का उद् घाटन

भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त श्री जॉन मेककार्थी नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में 6 अप्रैल 2009 को इस प्रदर्शनी का उद् घाटन करेंगे।

इस प्रदर्शनी में ऑस्ट्रेलिया के Warlukurlangu Artists Aboriginal Corporation के 43 कलाकारों की Walpiri culture, कहानियों और डिज़ाइनों को दर्शाने वाली 87 पेंटिंग्स प्रदर्शित की जाएँगी। Warlukurlangu Artists पूर्णतः स्वदेशी स्वामित्व वाले कलाकारों की not for profit सहकारी संस्था है जो ऑस्ट्रेलिया के सुदूर केंद्रीय डेज़र्ट में स्थित है।

भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त श्री जॉन मेककार्थी ने कहा, '' नई दिल्ली में ऑस्ट्रेलियाई Aboriginal कला के इतने समृद्ध संग्रह को यहाँ लाकर हमें बेहद गर्व है। ये पेंटिंग्स ऑस्ट्रेलिया की स्वदेशी संस्कृति की समृद्धि को प्रतिबिम्बित करती हैं।''

श्री जॉन मेककार्थी ने कहा, '' भारत में जनजातीय एवं पारंपरिक समुदायों द्वारा सृजित कला की लम्बी परंपरा रही है और भारत तथा दुनिया भर में Aboriginal कला के बारे में दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। इस प्रदर्शनी से Aboriginal कला एवं इसकी जटिलता और समृद्धि की भारत की समझ और गहरी होगी। हम भारत में Aboriginal कला को प्रदर्शित करने का अवसर पाकर बेहद खुश हैं।''

स्थानीय भाषा में Warlukurlangu का मतलब ''belonging to fire'' है। Warlpiri और कलाकारों की सहकारी संस्था पारंपरिक Warlpiri संस्कृति का महत्वपूर्ण केंद्र है तथा Yuendumu के सामुदायिक जीवन का अनिवार्य अंग है जो समुदाय के सामाजिक एवं सांस्कृतिक केंद्र को दर्शाता है।

इस सहकारी संस्था की स्थापना सन्‌ 1985 में हुई थी जिस में 400 से अधिक कलाकार हैं। इन सब ने पारंपरिक मूर्ति विद्या के इस्तेमाल से अपनी Jukurrpa-स्वप्न कहानियों को चित्रित किया है जो आज दुनिया में पाई जाने वाली सबसे पुरानी और निरंतर जीवित संस्कृतियों में से एक हैं। सहस्राब्दी से ये कहानियाँ एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित होती रही हैं और यह कलाकारों की पैतृक भूमि से संबंधित हैं। ये डिज़ाइन मूल रूप से समारोह के दौरान शरीर पर एवं ज़मीन पर चित्रित किए जाते थे, आज वे आधुनिक एक्रिलिक्स की असीमित रंगपट्टिका के इस्तेमाल से आधुनिक माध्यमों में उकेरी जाती हैं।

Warlukurlangu कलाकारों की सहकारी संस्था अपनी कला की गतिशीलता, रंगारंग एक्रिलिक पेंटिंग्स, सशक्त मूर्ति विद्या और उत्कृष्ट सीमित-संस्करण प्रिन्ट्स के लिए जानी जाती हैं। इसके अनेक सदस्यों का कार्य अत्यधिक संग्रह योग्य है। प्रत्येक पेंटिंग कलाकार की भूमि, प्राकृतिक छवि और उस भूमि में पशुओं के बारे में कहानी है। सभी डिज़ाइनों का अर्थ होता है और कलाकार केवल ऐसी कहानियों को चित्रित करता है जो उनकी पैतृक भूमि से संबंधित होती हैं। ये कहानियाँ एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सुनाई जाती रही हैं।

Warlu टीम ''डेज़र्ट ड्रीमिंग्स'' प्रदर्शनी के दौरान नई दिल्ली में

इस प्रदर्शनी में स्वदेशी कलाकार Otto Jungarrayi Sims, Chairman of Warlukurlangu Artists, उनकी पत्नी, Ormay Nangala Gallagher, के साथ प्रबंधक, Cecilia Alfonso, सहायक प्रबंधक Gloria Morales और Warlukurlangu Artists के कला समन्वयक Erin McNama भाग ले रहे हैं।

यह प्रदर्शनी ओपन पाम कोर्ट गैलरी, इंडिया हैबिटेट सेंटर, लोधी रोड, नई दिल्ली में 7 से 12 अप्रैल के दौरान आयोजित की जाएगी। प्रदर्शनी 10 बजे से 8 बजे तक खुली रहेगी। कलाकृतियों की बिक्री से प्राप्त धन सीधे कलाकारों को दिया जाएगा ताकि उनके समुदाय में सामाजिक एवं स्वास्थ्य परियोजनाओं में सहायता की जा सके। प्रदर्शनी के बारे में अधिक जानकारी www.warlu.com/about/?indiaexhibition  पर उपलब्ध है।

यह प्रदर्शनी नई दिल्ली में ऑस्ट्रेलियाई उच्च आयोग, के द्बारा ऑस्ट्रेलिया सरकार के उत्सव ऑस्ट्रेलिया कार्यक्रम के तहत आयोजित की जा रही है।